ED ऑफिस में मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ जारी:संजीव लाल की पत्नी भी पहुंची, पीएस और सहायक के घर छापेमारी में मिले थे 35 करोड़

झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम से आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी ने समन भेजकर उन्हें सुबह 11 बजे हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया था। वे 15 मिनट पहले ही ED ऑफिस पहुंच गए। उनसे पूछताछ जारी है। वहीं, इससे पहले मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर से ED रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। अब संजीव लाल की पत्नी रीता लाल भी ED ऑफिस पहुंची है। बताया जा रहा है कि ED के अधिकारी सभी को एक साथ बैठाकर सवाल-जवाब करेंगे। बता दें कि टेंडर कमीशन मामले में ईडी ने आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल, उसके नौकर समेत 6 ठिकानों पर 6 मई को रेड की थी। वहीं 7 मई संजीव लाल के करीबियों के यहां छापा मारा था। इस कार्रवाई में संजीव लाल के सहायक जहांगीर के यहां से करीब 35 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ था। जिसके बाद ईडी ने 6 मई संजीव लाल और उनके सहायक जहांगीर को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल दोनों ईडी की रिमांड पर हैं। पूछताछ में उन्होंने कई अहम जानकारियां दी है। अब ईडी आलमगीर आलम से पूछताछ करके इस मामले में अहम जानकारियां जुटाने का प्रयास कर रही है। आलमगीर आलम (70) को पीएमएलए के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितता से संबंधित सवाल भी आलमगीर आलम से किए जाएंगे। टेंडर कमीशन घोटाले से जुड़ रहा मामला झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्रालय के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को फरवरी 2023 में गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई थी। जांच एजेंसी ने कुछ योजनाओं को लागू करने में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वीरेंद्र राम के खिलाफ एक्शन लिया था। बाद में, ईडी ने पीएमएलए के तहत इस केस को अपने हाथ में ले लिया। इस मामले में निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम, OSD संजीव लाल समेत अब तक 8 लोगो की गिरफ्तारी हुई है। वीरेंद्र राम टेंडर दिलाने के बदले लेता था कमीशन दरअसल, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम ने झारखंड के ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण और अन्य टेंडर जारी करने के बदले 3 परसेंट से लेकर 1 परसेंट तक कमीशन लेने की बात कबूली थी। ईडी ने बाद में वीरेंद्र राम की करोड़ों रूपए की चल-अंचल संपत्ति भी अटैच की थी। आलमगीर आलम कौन हैं? आलमगीर आलम झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वह पाकुड़ विधानसभा से चार बार विधायक रह चुके हैं। फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की गठबंधन वाली झारखंड सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं। 2006 से 2009 तक झारखंड विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं। आलमगीर आलम राजनीतिक परिवार से आते हैं, उन्हें विरासत में ही राजनीति मिली है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत सरपंच के चुनाव को जीतकर की थी। वह 2000 में पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। तब से लेकर अब तक वह चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। ये भी पढ़ें... मंत्री PS के नौकर के घर मिला 30 करोड़ कैश:ED ने झारखंड में 6 ठिकानों पर छापा मारा, PS के करीबी ठेकेदार के घर भी 3 करोड़ बरामद झारखंड की राजधानी रांची में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने 6 जगहों पर छापा मारा। ED को अब तक 30 करोड़ से ज्यादा कैश मिला है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी (PS) संजीव लाल के नौकर जहांगीर, PS के करीबी ठेकेदार मुन्ना सिंह, रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के इंजीनियर विकास कुमार और कुलदीप मिंज के घर रेड डाली गई। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6 दिन की रिमांड पर मंत्री का PS, उसका सर्वेंट: रांची में ईडी की रेड में मिले थे करोड़ों कैश, ट्रांसफर-पोस्टिंग के पेपर झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम 6 दिन की ईडी रिमांड पर रहेंगे। कल देर रात पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी के बाद आज सुबह उन्हें एजेंसी ने विशेष कोर्ट में पेश किया। ईडी की ओर से पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड मांगी गई थी, कोर्ट ने 6 दिन की मंजूरी दी है। कल से पूछताछ शुरू होगी। पूरी खबर पढ़ें...
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